What is ILRMS Portal? | ILRMS पोर्टल क्या है?
ILRMS यानी Integrated Land Records Management System एक नया डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसे IIT Roorkee द्वारा विकसित किया गया है। यह पोर्टल बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा लॉन्च किया गया है। ILRMS Portal का उद्देश्य है:
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भूमि रिकॉर्ड्स को पूरी तरह डिजिटाइज करना
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पारदर्शी तरीके से रैयतों को ऑनलाइन सुविधा देना
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जमीनी विवादों को न्यूनतम करना
Spatial Mutation क्या होता है?
Spatial Mutation एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें जमीन के बिक्री, विरासत या अन्य लेन-देन के बाद भू-नक्शा (map) और रिकॉर्ड्स (जैसे खाता संख्या, रकबा, मालिक का नाम) स्वचालित रूप से अपडेट हो जाते हैं।
इसकी खास बातें:
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नक्शे पर तुरंत मालिकाना हक की स्थिति दिखती है
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मैनुअल एंट्री की जरूरत नहीं
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ऑनलाइन ट्रैकिंग संभव
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विवाद की संभावना बहुत कम
ILRMS Portal कब लॉन्च हुआ?
ILRMS पोर्टल को जुलाई 2025 के आखिरी सप्ताह में बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी द्वारा आधिकारिक रूप से लॉन्च किया गया।
ILRMS Portal के उद्देश्य (Key Objectives)
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भूमि रिकॉर्ड्स को पूरी तरह ऑनलाइन लाना
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आम जनता को बिना दफ्तर जाए सेवाएं उपलब्ध कराना
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मैनुअल प्रक्रियाओं से छुटकारा
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भ्रष्टाचार और बिचौलियों पर रोक लगाना
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भूमि विवादों को न्यायिक स्तर तक पहुंचने से पहले हल करना
ILRMS Portal पर कौन-कौन सी सेवाएं मिलेंगी?
सेवा का नाम | विवरण |
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Spatial Mutation | ऑटोमैटिक नक्शा और रिकॉर्ड अपडेट |
Online Mutation | म्यूटेशन का आवेदन और ट्रैकिंग |
Bhulekh / Jamabandi | भूमि विवरण देखना और डाउनलोड करना |
Map View | भू-नक्शा डिजिटल रूप से देखना |
Landowner Verification | मालिकाना सत्यापन |
Track Application | आवेदन की स्थिति देखना |
Spatial Mutation कैसे करेगा बदलाव?
पहले म्यूटेशन के बाद नक्शे और रिकॉर्ड में अपडेट में महीनों लगते थे। अब Spatial Mutation से ये कार्य रीयल टाइम या 48 घंटे में संभव होगा।
उदाहरण:
मान लीजिए आपने जमीन खरीदी — तो ILRMS पोर्टल पर म्यूटेशन होने के साथ ही:
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नक्शे में आपके नाम से प्लॉट दिखेगा
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रिकॉर्ड्स में भी आपका नाम रजिस्टर हो जाएगा
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इससे कोई तीसरा व्यक्ति उस जमीन पर दावा नहीं कर सकेगा
ILRMS Portal से किसे होगा लाभ?
किसान (Raiyat):
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जमीन के रकबे, नक्शे और हक की पूरी पारदर्शिता
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बिना पटवारी के चक्कर लगाए भूमि अभिलेख देखना
भूमि खरीदार और विक्रेता:
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भरोसेमंद और अपडेटेड जानकारी
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संपत्ति का वैध दस्तावेज मिलने में सहूलियत
प्रशासन और न्याय व्यवस्था:
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विवाद की संख्या में गिरावट
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न्यायिक बोझ में कमी
ILRMS Portal की प्रमुख खूबियाँ (Key Features)
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🔒 Data Encryption Enabled (सुरक्षित सिस्टम)
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🗺️ Geo-Spatial Mapping तकनीक आधारित
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📲 मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों पर सुलभ
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📥 Instant Download Facility
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🕒 24×7 सेवा
ILRMS Portal पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
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पोर्टल खोलें: http://biharbhumi.bihar.gov.in/ILRMS
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“New User Registration” पर क्लिक करें
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आधार नंबर और मोबाइल से OTP वेरिफिकेशन करें
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User ID और Password बनाएं
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लॉग इन कर सभी सुविधाएं पाएं
सरकार का बयान
मंत्री संजय सरावगी ने कहा:
“ILRMS और Spatial Mutation से बिहार में भूमि सुधारों को नई दिशा मिलेगी। यह पहल देश के अन्य राज्यों के लिए भी आदर्श बनेगी।”
निष्कर्ष (Conclusion)
बिहार सरकार द्वारा ILRMS Portal और Spatial Mutation की शुरुआत राज्य की भूमि व्यवस्था में एक क्रांतिकारी और ऐतिहासिक बदलाव है। यह सिर्फ एक तकनीकी अपडेट नहीं, बल्कि सुधार और पारदर्शिता की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है। वर्षों से चली आ रही मैनुअल प्रक्रिया, भ्रष्टाचार, बिचौलियों की भूमिका, और जमीनी विवादों जैसी समस्याओं को यह पोर्टल बहुत हद तक खत्म करने की क्षमता रखता है।
Spatial Mutation की मदद से अब भूमि रिकॉर्ड्स और नक्शों का रीयल टाइम अपडेट संभव हो पाया है, जिससे न सिर्फ नागरिकों का समय और पैसा बचेगा, बल्कि विश्वास और पारदर्शिता भी बढ़ेगी। किसानों, ज़मीन खरीदने-बेचने वालों, और आम रैयतों के लिए यह पोर्टल एक डिजिटल सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया है।
भविष्य में यदि इस पोर्टल का दायरा और सेवाएं और विस्तृत की जाती हैं, तो यह मॉडल न केवल बिहार के अन्य जिलों के लिए बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक आदर्श उदाहरण बन सकता है। डिजिटल इंडिया की दिशा में यह एक प्रभावशाली और स्थायी पहल है, जो प्रशासनिक दक्षता, नागरिक संतुष्टि और भूमि विवादों के त्वरित समाधान की दिशा में मजबूत नींव रखती है।
अंततः, ILRMS Portal बिहार को ई-गवर्नेंस और भूमि सुधार के क्षेत्र में भारत का पथ-प्रदर्शक बना सकता है।
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